श्री गणेश जी की आरती | Ganesh Ji Ki Aarti PDF

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श्री गणेश जी की आरती

जय गणेश जय गणेश देवा, माता पार्वती के लाडले। एकदंत दयावंत, चार भुजा धारी।

मूषक वाहन हैं आपके, सुंदर हैं आपके गाल। मोदक हैं आपके भोग, संत करते हैं सेवा।

अंधे को आंख देत, कोढ़िन को काया। बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।

सूर श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।

गणपति बाप्पा मोरया, मंगलदायक हो। **

(दोहा)

गणेश जी की आरती गाकर, मन में प्रसन्नता आती है।

गणेश जी की कृपा से, हर काम सफल होता है।

(अर्थ)

इस आरती में गणेश जी की स्तुति की गई है। आरती के पहले दो चरणों में गणेश जी की महिमा का वर्णन किया गया है। तीसरे चरण में गणेश जी की भोग सामग्री और भक्तों की सेवा का वर्णन किया गया है। चौथे चरण में गणेश जी की कृपा के लाभों का वर्णन किया गया है। अंत में, गणेश जी से प्रार्थना की गई है कि वे सभी भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखें।

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गणेश जी हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं। वे बुद्धि, ज्ञान, और समृद्धि के देवता हैं। गणेश जी की आरती अक्सर किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में की जाती है।

श्री गणेश जी की आरती

जय गणेश जय गणेश देवा, माता पार्वती के लाडले। एकदंत दयावंत, चार भुजा धारी।

अर्थ:

जय गणेश, जय गणेश देवता, माता पार्वती के लाड़ले। एक दाँत वाले, दयालु, चार भुजा वाले।

मूषक वाहन हैं आपके, सुंदर हैं आपके गाल। मोदक हैं आपके भोग, संत करते हैं सेवा।

अर्थ:

आपका वाहन मूषक है, आपके गाल सुंदर हैं। आपका भोग मोदक है, संत आपकी सेवा करते हैं।

अंधे को आंख देत, कोढ़िन को काया। बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।

अर्थ:

आप अंधे को आंख देते हैं, कोढ़िन को शरीर। बांझन को पुत्र देते हैं, निर्धन को धन।

सूर श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।

अर्थ:

सूर श्याम (सूर्य भगवान) आपकी शरण में आए हैं, अपनी सेवा सफल कीजिए।

गणपति बाप्पा मोरया, मंगलदायक हो।

अर्थ:

गणपति बाप्पा, आप मंगलदायक हों।

(दोहा)

गणेश जी की आरती गाकर, मन में प्रसन्नता आती है। गणेश जी की कृपा से, हर काम सफल होता है।

अर्थ:

गणेश जी की आरती गाकर, मन में प्रसन्नता आती है। गणेश जी की कृपा से, हर काम सफल होता है।

(अर्थ)

इस आरती में गणेश जी की स्तुति की गई है। आरती के पहले दो चरणों में गणेश जी की महिमा का वर्णन किया गया है। तीसरे चरण में गणेश जी की भोग सामग्री और भक्तों की सेवा का वर्णन किया गया है। चौथे चरण में गणेश जी की कृपा के लाभों का वर्णन किया गया है। अंत में, गणेश जी से प्रार्थना की गई है कि वे सभी भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखें।

गणेश जी हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं। वे बुद्धि, ज्ञान, और समृद्धि के देवता हैं। गणेश जी की आरती अक्सर किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में की जाती है।

अधिक जानकारी:

  • गणेश जी को बुद्धि और ज्ञान के देवता के रूप में जाना जाता है।
  • उन्हें समृद्धि और सफलता का भी देवता माना जाता है।
  • गणेश जी की पूजा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है।
  • गणेश जी की आरती अक्सर किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में की जाती है।

कुछ अन्य लोकप्रिय गणेश जी की आरती:

  • ओम जय गणेश देवा
  • गणेश आरती
  • गणेश जी की आरती
  • गणेश जी की आरती

आप इन आरतीओं को भी गा सकते हैं या सुन सकते हैं।

Ganesh Ji Ki Aarti PDF Download

Ganesh Ji Ki Aarti PDF डाउनलोड करने के लिए पर क्लिक करे और 5 seccond रूखे उसके बाद आपकी Ganesh Ji Ki Aarti PDF डाउनलोड होजाएगी .

Conclusion 

हमारे इस गणेश जी की आरती | Ganesh Ji Ki Aarti PDF आपका कीमती समय देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद | आपको यह गणेश जी की आरती | Ganesh Ji Ki Aarti PDF जानकारीपूर्ण और मूल्यवान लगा होगा | अगर आपको हमारे गणेश जी की आरती | Ganesh Ji Ki Aarti PDF ब्लॉग से कोई भी प्रश्न या टिप्पणियाँ हैं, या आप इस विषय पर गहराई से विचार करना चाहते हैं, तो कृपया संकोच न करें। ओर हमें कमेंट करना न भूले

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